सेहत के लिए चमत्कारी गुणों का अद्भूत खजाना A2 मिल्क

आजकल A2 मिल्क अच्छे स्वास्थ्य को लेकर पूरे देश और दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. देशी गाय का दूध अर्थात A2 मिल्क को धरती पर सर्वोत्तम आहार के रूप में देखा जा रहा है. गोपालन से जुड़े लोगों के मुताबिक मनुष्य की शक्ति एवं बल को बढ़ाने वाला देशी गाय का दूध जैसा दूसरा कोई श्रेष्ठ पदार्थ इस दुनिया में नहीं है. केवल गाय के दूध में ही विटामिन ए होता है, किसी अन्य पशु के दूध में नहीं होता है.

क्यों चमत्कारी है A2 मिल्क?
विशेषज्ञों के मुताबिक देशी गाय के दूध में 8 प्रकार के प्रोटीन, 6 प्रकार के विटामिन, 21 प्रकार के एमिनो एसिड, 11 प्रकार के चर्बीयुक्त एसिड, 25 प्रकार के खनिज तत्त्व, 16 प्रकार के नाइट्रोजन यौगिक, 4 प्रकार के फास्फोरस यौगिक, 2 प्रकार की शर्करा, इसके अलावा कॉपर, आयरन, कैल्शियम, आयोडीन, फ्लोरिन, सिलिकॉन जैसे मिनरल्स भी पाये जाते हैं. जिससे इसे एक उत्कृष्ट टॉनिक भी माना जाता है. जो शरीर के रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा, वीर्य को समुचित मात्रा में बढ़ाता है. इतना ही नहीं यह पित्तशामक, बुद्धिवर्धक और सात्त्विकता को बढ़ाता है. गाय के दूध से कोलेस्ट्रोल नहीं बढ़ता है. A2 दूध को पचाना ज्यादा आसान होता है. प्रतिदिन A2 गाय के दूध के सेवन से तमाम प्रकार के रोग एवं वृद्धावस्था नष्ट होती है. उससे शरीर में तत्काल वीर्य उत्पन्न होता है. यह दूध शरीर में जो विष एकत्रित होता है उसको नष्ट करने की शक्ति प्रदान करता है. गाय के दूध से कोलेस्टरोल नहीं बढ़ता बल्कि हृदय एवं रक्त की धमनियों के संकोचन का निवारण होता है. इसका सेवन कैंसर जैसे रोगों से बचाता है.

विशेषज्ञों के मुताबिक देसी गाय की पीठ पर मौजूद मोटे हम्प में सूर्यकेतु नाड़ी होती है, जो सूर्य की किरणों के संपर्क में आने के कारण दूध में स्वर्ण का प्रभाव छोड़ती हैं. जिससे गाय के दूध में स्वर्ण तत्व समा जाते हैं. देशी गाय का दूध अत्यंत स्वादिष्ट, बुद्धिवर्धक, बलवर्धक, स्मृतिवर्धक, जीवनदायक, रक्तवर्धक, मुलायम, चिकनाई से युक्त, मधुर, शीतल, रूचिकर, वाजीकारक, आयुष्यकारक एवं सर्वरोग को हरने वाला है. देशी गाय का A2 मिल्क जीर्णज्वर, मानसिक रोगों, मूर्च्छा, भ्रम, संग्रहणी, पांडुरोग, दाह, तृषा, हृदयरोग, शूल, गुल्म, रक्तपित्त, योनिरोग आदि में श्रेष्ठ है.

A2 मिल्क की पहचान
गाय की नस्ल के आधार पर A1 और A2 में अंतर को समझा जा सकता है. नॉर्थ यूरोप की Holstein, Friesian, Ayrshire आदि A1 बीटा गाय होती हैं, वहीं Guernsey, Jersey, Charolais A2 श्रेणी में आती हैं. भारत की देसी गायों की नस्लें भी A2 कैटेगरी में ही आती हैं, जबकि A1 कैटेगरी में मिक्स ब्रीड की गाय आती हैं.

: टीना कटारिया मिर्धा, फाउंडर, अलंकार फार्म्स

India Health TV

subscribe now