मूड ऑफ! कहीं हैप्पी हार्मोन मिसिंग तो नहीं?

किसी काम में मन नहीं लगता, मूड हमेशा ऑफ रहता है, बात-बात पर गुस्सा आता है, तो संभल जाइए। यह आपकी बॉडी में से हैप्पी हार्मोन मिसिंग का संकेत है। अच्छा महसूस करने के लिए अच्छी संगत और माहौल की नहीं, बल्कि इस हार्मोन की भी जरूरत होती है। दरअसल हैप्पी हार्मोन मतलब सेरोटोनिन। यह एक ऐसा हार्मोन है, जो मूड को सुधारने का काम करता है। कई बार सेरोटोनिन का लेवल शरीर में कम हो जाता है। इसकी वजह से न सिर्फ मूड डिस्टर्ब रहता है। बल्कि टेंशन, नींद की समस्या, कब्ज, पैनिक डिसऑर्डर, फोबिया और मानसिक बीमारी सिजोफ्रेनिया का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है।

शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन
सेरोटोनिन एक तरह का रसायन है जो दिमाग में पाया जाता है। यह रसायन अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन से बना होता है जो हमारे दिमाग यानी ब्रेन के फंक्शन को ठीक रखने में मदद करता है। साथ ही वजन कंट्रोल करने और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाए रखने में मददगार है। यह हॉर्मोन पूरे शरीर को प्रभावित करता है। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं और अन्य तंत्रिका तंत्र की कोशिकाओं के बीच संवाद करने में भी सहायता करता है।
जब शरीर में ट्रिप्टोफैन की कमी होने लगती है, तो सेरोटोनिन का लेवल कम हो जाता है। इसी वजह से हम चिंता, अवसाद, तनाव में रहने लगते हैं। जब दिमाग में सेरोटोनिन हार्मोन का लेवल बढ़ता है तो नींद अच्छी आती है और हम फील गुड करते हैं।

फील गुड के लिए
बॉडी में इस हार्मोन का लेवल कम नहीं होना चाहिए। इसके लिए नियमित एक्सरसाइज करें। हर दिन एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करने से शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है। कुछ समय धूप में भी बैठें। सूरज की रोशनी से मूड तरोताजा रहता है। जिससे सेरोटोनिन हार्मोन का स्राव होता है। मसाज थेरेपी लें, इससे बॉडी रिलैक्स होती है और हैप्पी हार्मोन रिलीज होता है। प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। इससे भी शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बैलेंस रहता है। जिससे दिमाग ठीक तरह से काम करता है।

डाइट चार्ट में शामिल करें यह चीजें
कद्दू के बीज, तिल और सूरजमुखी के बीज, बादाम, काजू, मूंगफली और अखरोट जैसे नट्स और सीड्स में ट्रिप्टोफेन नामक एमिनो एसिड पाया जाता है, जिससे सेरोटोनिन उत्पादन में मदद मिलती है। मूड को ठीक रखने में पालक का सेवन भी फायदेमंद होता है। पालक को मैग्नीशियम का बेहतर स्रोत माना जाता है जो सेरोटोनिन को बढ़ाने में मदद करने के साथ मूड को भी ठीक रखता है। मैग्नीशियम की कमी से डिप्रेशन और घबराहट जैसी दिक्कतें होने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा कीवी, केला, आम, मौसमी, अनानास, सोया प्रोडक्ट्स भी खा सकते हैं। डार्क चॉकलेट मूड को बेहतर बनाती है। डार्क चॉकलेट एंडोर्फिन के उत्पादन को बढ़ा देता है। जिससे हमें खुश रहने में मदद मिलती है।

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