ध्यान रखें इन 8 बातों का, कहीं ‘वर्क फ्रॉम होम’ ना बन जाए ‘दर्द फ्रॉम होम’

आजकल वर्क फ्रॉम होम का कलचर है. स्टूडेंट्स आॅनलाइन क्लासेज में तो बड़े भी आॅफिस का अधिकतर काम घर से ही लैपटॉप, टेबलेट या कम्प्यूटर के जरिए निपटा रहे हैं. लम्बे समय तक गैजेट्स पर समय बिताना कंधों, गर्दन में दर्द और जकड़न के साथ मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या पैदा कर रहा है. कई बार गर्दन से जुड़ी समस्या इतनी बढ जाती है कि बार बार चक्कर आने लगते हैं या उल्टी जैसा मन होने लगता है या फिर हाथ में दर्द, झनझनाहट महसूस होती है.

दरअसल हमारी रीड की हड्डी में इंटरवर्टेब्रल डिस्क नामक एक संरचना होती है. जिसमें कशेरुक, कशेरुक स्तंभ की हड्डियों, या रीढ़ के बीच स्थित फाइब्रोकार्टिलेज होता है. इंटरवर्टेब्रल डिस्क कशेरुकाओं को एक साथ रखने, रीढ़ को कुशन करने और रीढ़ की हड्डी की गति के लिए अनुमति देते हैं. प्रत्येक इंटरवर्टेब्रल डिस्क एक कार्टिलाजिनस संयुक्त बनाती है. ऐसे में गैजेट्स पर ज्यादा देर तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से इस डिस्क पर तनाव और दबाव बढ जाता है, जिसकी वजह से दर्द होने की शुरुआत होने लगती है. हालांकि कई मामलों में इसका एक अन्य कारण ऑस्टियोआर्थराइटिस भी हो सकता है. लेकिन जब हम खराब मुद्रा में बैठते हैं, जहां हमारे कंधे और गर्दन झुके रहते हैं, तो इससे मांसपेशियों और जोड़ों पर तनाव बढ जाता है जो दर्द का कारण बनता है.

 

8 खास बातों का ध्यान रखें


1. बैठने का सही तरीका अपनाएं. जहां तक हो सके मेज या कुर्सी पर बैठकर ही काम करें. गर्दन को न्यूट्रल पॉजीशन में रखे यानी कान आपके कंधों पर होने चाहिए कम्प्यूटर की स्क्रीन आपकी आंखों की सीध में होनी चाहिए. आपके दोनो पंजे फर्श पर फ्लैट रखे होने चाहिए.


2. नियमित काम के वक्त हर एक घंटे में कार्यस्थल से उठकर चहलकदमी करें, ताकि कंधे और गर्दन को आराम मिलें.


3. मानसिक तनाव कम करें. मानसिक तनाव भी गर्दन व पीठ दर्द का बडा कारण हो सकता है. तनावमुक्त होने के लिए प्राणायाम और योग का सहारा लें.


4. लगातार एक ही तरह से गैजेट्स पर लम्बे समय तक बैठे रहने से गर्दन अकड़ जाती है. ऐसे में एक्सपर्ट के निर्देशन या सलाह के मुताबिक दिन में कम से कम दो बार गर्दन का व्यायाम अवश्य करें.


5. दर्द से आराम पाने के लिए पीठ और गर्दन पर हल्के गर्म पानी का सेक भी किया जा सकता है.


6. रात को सोते समय ज्यादा ऊंचा तकिया ना लगाएं, बिस्तर में लेटे-लेटे, देर रात तक गैजेट्स का इस्तेमाल ना करें.


7. जब भी आप सो कर उठें तो हमेशा करवट लेकर ही उठें, सीधे ना उठें. यह करना पीठ दर्द में भी राहत दिलाएगा.


8. दर्द होने पर भारी वजन उठाने से बचें.

: डॉ. मुस्कान जैन, फिजियोथेरेपिस्ट

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