बॉडी कॉन्टूरिंग सर्जरी: अतिरिक्त त्वचा और वसा को हटाकर बॉडी में लाए कसावट

बॉडी कॉन्टूरिंग सर्जरी (Body contouring surgery), जिसे बॉडी स्कल्पटिंग भी कहा जाता है, एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य शरीर के विभिन्न हिस्सों से अतिरिक्त त्वचा और वसा को हटाकर उन्हें नया आकार देना और कसना है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिन्होंने बहुत अधिक वजन कम किया है और ढीली त्वचा से जूझ रहे हैं, या जो शरीर के विशिष्ट क्षेत्रों को बेहतर आकार देना चाहते हैं। इस सर्जरी का उद्देश्य शरीर के उस हिस्से को शेप में लाना होता है, जहां पर फैट जमा है। इस सर्जरी में एक्सट्रा फैट से छुटकारा मिल सकता है। बॉडी शेप में आ सकती है। साथ ही स्किन भी चमकदार बन सकती है, लेकिन बॉडी कॉन्टूरिंग सर्जरी आमतौर पर वजन कम करने में मदद नहीं करती है। यह सिर्फ फैट को बर्न करती है और बॉडी को एक परफेक्ट शेप देती है।

क्या है बॉडी कॉन्टूरिंग सर्जरी?
यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें शरीर के उन हिस्सों को नया आकार दिया जाता है जहां आहार और व्यायाम से भी चर्बी या ढीली त्वचा कम नहीं होती। इसमें लिपोसक्शन (चर्बी हटाना) और विभिन्न प्रकार के लिफ्ट (जैसे टमी टक, आर्म लिफ्ट, थाई लिफ्ट) शामिल हो सकते हैं, जिनका उद्देश्य शरीर को अधिक सुडौल और दृढ़ बनाना है।

फायदे:
बेहतर शारीरिक आकृति: यह शरीर को अधिक सुडौल और आकर्षक आकार देता है, जिससे व्यक्ति की शारीरिक बनावट में सुधार होता है।

आत्मविश्वास में वृद्धि: शारीरिक रूप में सुधार से व्यक्ति का आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान बढ़ता है।

ढीली त्वचा हटाना: बड़े पैमाने पर वजन घटाने के बाद अक्सर बची हुई अतिरिक्त और ढीली त्वचा को हटाता है, जिससे त्वचा चिकनी और कस जाती है।

गतिशीलता में सुधार: अतिरिक्त त्वचा के कारण होने वाली असुविधा को कम करके शारीरिक गतिविधियों को आसान बनाता है।

कपड़ों की बेहतर फिटिंग: कपड़ों को शरीर पर बेहतर ढंग से फिट होने में मदद करता है।

लंबे समय तक चलने वाले परिणाम: उचित देखभाल के साथ, इसके परिणाम कई सालों तक बने रह सकते हैं।

नुकसान और जोखिम:

संक्रमण: किसी भी सर्जिकल प्रक्रिया की तरह, चीरे वाली जगह पर संक्रमण का खतरा होता है।

सूजन और चोट: सर्जरी के बाद सूजन, नील पड़ना और बेचैनी होना सामान्य है, जो कुछ हफ्तों तक रह सकता है।

निशान (Scars): सर्जरी में चीरे लगते हैं, जिससे स्थायी निशान रह सकते हैं। हालांकि सर्जन उन्हें कम से कम दृश्यमान बनाने का प्रयास करते हैं।

द्रव जमा होना (Seroma): चीरे वाली जगह के नीचे तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिसे निकालने की आवश्यकता हो सकती है।

रक्तस्राव और रक्त के थक्के: सर्जरी के दौरान या बाद में रक्तस्राव या रक्त के थक्के बनने का जोखिम होता है, जो गंभीर हो सकता है।

संवेदना में बदलाव: चीरे वाली जगह के आसपास सुन्नता या त्वचा की संवेदना में बदलाव हो सकता है, जो अस्थायी या स्थायी हो सकता है।

एनेस्थीसिया के जोखिम: एनेस्थीसिया से जुड़ी जटिलताएं, जैसे मतली, उल्टी या दुर्लभ मामलों में गंभीर प्रतिक्रियाएं।

परिणामों से असंतुष्टि: कभी-कभी परिणाम रोगी की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं होते, जिसके लिए अतिरिक्त सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

निष्कर्ष:
बॉडी कॉन्टूरिंग सर्जरी उन लोगों के लिए एक प्रभावी विकल्प हो सकती है जो अपने शरीर के आकार और आत्मविश्वास में सुधार करना चाहते हैं। हालांकि, इसके फायदे और संभावित जोखिमों को समझना महत्वपूर्ण है। इस सर्जरी पर विचार करने से पहले एक योग्य और अनुभवी प्लास्टिक सर्जन से पूरी जानकारी और सलाह लेना अनिवार्य है।

: डॉ. विजय पाल
जनरल एंड लेप्रोस्कोपिक सर्जन

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