इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) एक सामान्य यौन स्वास्थ्य समस्या है, जिससे पुरुषों को पूर्ण या संतोषजनक इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई होती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से जुड़े प्रमुख विषयों पर सीनियर यूरोलॉजिस्ट एंड सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजेश खंडेलवाल से इंडिया हेल्थ टीम ने विशेष बातचीत की।। यहां इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से जुड़े कुछ प्रमुख सवाल और उनके जवाब दिए गए हैं।
1. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन क्या है और इसके प्रमुख कारणों के बारे में बताएं?
जवाब: इरेक्टाइल डिस्फंक्शन वह स्थिति है जब एक पुरुष यौन क्रिया के लिए पर्याप्त इरेक्शन प्राप्त करने या बनाए रखने में असमर्थ होता है। यह समस्या शारीरिक, मानसिक, या दोनों कारकों के कारण हो सकती है और उम्र के साथ इसका जोखिम बढ़ता है। जिसका मुख्य कारण शारीरिक और मानसिक दोनों हो सकते हैं। शारीरिक कारणों में हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान, शराब का सेवन और कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट शामिल हैं। मानसिक कारणों में तनाव, अवसाद, चिंता और रिश्तों में समस्याएं हो सकती हैं। ED यौन जीवन पर प्रभाव डाल सकता है और रिश्तों में तनाव उत्पन्न कर सकता है। इससे आत्म-सम्मान में कमी और यौन संतोष की कमी हो सकती है। पार्टनर के साथ खुलकर संवाद करना और काउंसलिंग से मदद लेना फायदेमंद हो सकता है।
2. क्या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन उम्र के साथ बढ़ता है?
जवाब: हां, उम्र के साथ इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का खतरा बढ़ता है, लेकिन यह केवल वृद्ध पुरुषों की समस्या नहीं है। कई युवा पुरुष भी इससे पीड़ित होते हैं।
3. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज क्या है?
जवाब: ED का इलाज इसके कारणों पर निर्भर करता है। इसमें लाइफस्टाइल में बदलाव (जैसे धूम्रपान छोड़ना, व्यायाम करना), दवाएं (जैसे Sildenafil या Tadalafil), काउंसलिंग, और कुछ मामलों में सर्जरी या वैक्यूम पंप का उपयोग शामिल हो सकता है। यदि ED का कारण मानसिक है, तो थेरेपी या काउंसलिंग उपयोगी हो सकती है। कुछ मामलों में लाइफस्टाइल में बदलाव, जैसे वजन घटाना, नियमित व्यायाम करना, धूम्रपान और शराब का सेवन कम करना और स्वस्थ आहार अपनाने से ED में सुधार हो सकता है। इसके अलावा, काउंसलिंग और थेरेपी भी दवाओं के बिना उपचार में सहायक हो सकते हैं।
4. इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज में LSTC-ED थैरेपी क्या है?
जवाब: LSTC-ED थैरेपी (Linear Shockwave Tissue Coverage – Erectile Dysfunction) एक मोस्ट मॉर्डन एडवांस आज के जमाने की उपचार पद्धति है इसका उपयोग 18 से 80 साल तक के लोगों के उपचार के लिए किया जा सकता है। यह थैरेपी परीक्षण के बाद उन्हीं को दी जाती है जिनका इस थैरेपी से इलाज संभव है। इसकी लॉन्ग टर्म सक्सेज रेट काफी अच्छी है। यह नॉन-इनवेसिव (non-invasive) और ड्रग-फ्री उपचार है, जिसका उपयोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) के इलाज के लिए किया जाता है। यह थैरेपी उन पुरुषों के लिए विशेष रूप से उपयोगी मानी जाती है जिन्हें रक्त प्रवाह से संबंधित समस्याओं के कारण इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होता है। इस थैरेपी में निम्न-तीव्रता वाली शॉकवेव्स का उपयोग किया जाता है, जो लिंग के रक्त वाहिकाओं पर लागू होती हैं। इन शॉकवेव्स का उद्देश्य लिंग में नई रक्त वाहिकाओं (angiogenesis) का निर्माण करना और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाना है। इससे लिंग में खून का बहाव बेहतर होता है, जिससे इरेक्शन में सुधार होता है।
5. क्या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का स्थायी इलाज है?
जवाब: ED का स्थायी इलाज संभव है यदि इसका कारण एक विशिष्ट और इलाज योग्य समस्या हो। उदाहरण के लिए, यदि ED का कारण हार्मोनल असंतुलन या जीवनशैली से संबंधित समस्या है, तो उचित इलाज और जीवनशैली में सुधार से इसे स्थायी रूप से ठीक किया जा सकता है। हालांकि, कुछ मामलों में इसे लंबे समय तक प्रबंधित करने की आवश्यकता होती है।
6. क्या इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है?
जवाब: ED खुद में गंभीर नहीं हो सकता, लेकिन यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे हृदय रोग या डायबिटीज। इसलिए, अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से ED का अनुभव करता है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
अगर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से जुड़े सवाल और चिंताएं बनी रहती हैं, तो एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श लेना सबसे अच्छा विकल्प है ताकि सही निदान और इलाज किया जा सके।