क्या आप जानते हैं हमारा शरीर उसके भीतर चल रही गतिविधियों के बारे में अक्सर संकतों के जरिए हमको सचेत करता रहता है. ऐसे ही संकेतों में एक प्रमुख संकेत है यूरिन का रंग. यूरिन का रंग शरीर में होने वाली कई तरह की बीमारियों को लेकर हमें आगाह करता है और उसके आधार पर हमें तुरंत सचेत होने की आवश्यकता होती है. वरना परेशानियां बढ़ सकती हैं. यूरिन शरीर से विषाक्त पदार्थों और अवांछित पदार्थों को बाहर निकालने का एक जरिया है. विशेषज्ञों के मुताबिक पेशाब का रंग जितना गहरा होता जाता है बीमारियों का खतरा उतना ही बढ़ जाता है.
यहां यह बताना भी महत्वपूर्ण है कि यूरिन का रंग उसमें मौजूद एक केमिकल यूरोक्रोम की वजह से आता है. यूरोक्रोम प्राकृतिक रूप से एक पीले रंग का पिगमेंट है. इसकी वजह से आमतौर पर यूरिन पीले रंग का या लगभग ट्रांसपेरेंट दिखता है.
1. पारदर्शी सफेद
आप अच्छी मात्रा में पानी पी रहे हैं या जरूरत से ज्यादा पानी पी रहे हैं. ज्यादा पानी पीने से कई बार शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स भी बाहर निकल जाते हैं. ऐसे में पानी मात्रा थोड़ी कम करें.
2. हल्का पीला
इसका अर्थ है आप सामान्य रूप से स्वस्थ हैं. आपके शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा है और अच्छी तरह से हाइड्रेटेड हैं.
3. गहरा पीला
आपके शरीर में पानी की कमी हो रही है. आपको जल्द ही पानी पीने की जरूरत है. वरना डिहाइड्रेटिड हो सकते हैं और आगे शरीर को नुकसान हो सकता है.
4. नारंगी
इसका सीधा सा अर्थ है आप पर्याप्त पानी नहीं पी रहे हैं. इसके पीछे लिवर या पित्त वाहिका (बाइल डक्ट) से जुड़ी परेशानी भी कोई कारण हो सकती है.
5. गुलाबी
कई बार ऐसे पेशाब का कारण चुकंदर, ब्लूबेरी खाना हो सकता है. यदि ऐसा नहीं खाया गया है तो यह बताता है कि आपका शरीर किसी बड़ी समस्या की ओर आगे बढ़ रहा है. और समय रहते सतर्क हो जाएं.
6. लाल
ऐसे रंग के पेशाब का मतलब है यूरिन में खून आ रहा है, इसे हेमेचुरिया कहते हैं. मूत्र मार्ग में संक्रमण या ट्यूमर का, किडनी स्टोन का यह संकेत हो सकता है. प्रोस्टेट की समस्या या लेड या मरकरी की संभावित विषाक्तता का भी यह संकते हो सकता है.
7. हरा
ऐसा पेशाब तब आ सकता है जब या तो भोजन या किसी खाद्य पदार्थ में कुछ रंग मिला हुआ हो या किसी दवा में ऐसा रंग मिला हो. कई बार मूत्र मार्ग में बैक्टीरियल संक्रमण भी इसका कारण हो सकता है.
8. नीला
खाद्य पदार्थ या दवाओं में यदि ऐसा रंग डला हो और उसका सेवन किया जाए तो यूरिन का रंग नीला हो सकता है. इसे हाइपरकैल्सीमिया या ब्लू डायपर सिंड्रोम का भी संकेत माना जाता है.
9. भूरा या काला
यह पीलिया, रबडोमायोलिसिस या गिल्बर्ट सिंड्रोम का संभावित लक्षण हो सकता है. कई बार दवाओं के सेवन से भी यूरिन का रंग ऐसा हो जाता है. कॉपर या फिनोल विषाक्तता या मेलेनोमा के कारण पेशाब का रंग काला हो सकता है जिसे मेलेनुरिया कहा जाता है.
10. सफेद या दूधिया
इस वक्त आपको तुरंत चिकित्सक परामर्श लेना चाहिए. यह कैल्शियम या फॉस्फेट, मूत्र मार्ग के संक्रमण या अत्यधिक प्रोटीन जैसे कुछ खनिजों की अधिकता के कारण हो सकता है.